शतकत्रयम् — 1.100
Original
Segmented
स्थाल्याम् वैडूर्य-मय्याम् पचति तिल-कणान् चन्दनैः इन्धन-ओघैः सौवर्णैः लाङ्गल-अग्रैः विलिखति वसुधाम् अर्क-मूलस्य हेतोः कृत्वा कर्पूर-खण्डान् वृत्तिम् इह कुरुते कोद्रवाणाम् समन्तात् प्राप्य इमाम् कर्म-भूमिम् न चरति मनुजो यस् तोप
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्थाल्याम् | स्थाली | pos=n,g=f,c=7,n=s |
वैडूर्य | वैडूर्य | pos=n,comp=y |
मय्याम् | मय | pos=a,g=f,c=7,n=s |
पचति | पच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तिल | तिल | pos=n,comp=y |
कणान् | कण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
चन्दनैः | चन्दन | pos=n,g=n,c=3,n=p |
इन्धन | इन्धन | pos=n,comp=y |
ओघैः | ओघ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सौवर्णैः | सौवर्ण | pos=a,g=n,c=3,n=p |
लाङ्गल | लाङ्गल | pos=n,comp=y |
अग्रैः | अग्र | pos=n,g=n,c=3,n=p |
विलिखति | विलिख् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
वसुधाम् | वसुधा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अर्क | अर्क | pos=n,comp=y |
मूलस्य | मूल | pos=n,g=n,c=6,n=s |
हेतोः | हेतु | pos=n,g=m,c=5,n=s |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
कर्पूर | कर्पूर | pos=n,comp=y |
खण्डान् | खण्ड | pos=n,g=m,c=2,n=p |
वृत्तिम् | वृत्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इह | इह | pos=i |
कुरुते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कोद्रवाणाम् | कोद्रव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
समन्तात् | समन्तात् | pos=i |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,comp=y |
भूमिम् | भूमि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
चरति | चर् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मनुजो | मनुज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यस् | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तोप | मन्दभाग्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |