शतकत्रयम् — 1.10
Original
Segmented
शिरः शार्वम् स्वर्गात् पशुपति-शिरस्तः क्षितिधरम् महीध्राद् उत्तुङ्गाद् अवनिम् अवनेः च अपि जलधिम् अधो ऽधो गङ्गा इयम् पदम् उपगता स्तोकम् अथवा विवेक-भ्रष्टानाम् भवति विनिपातः शत-मुखः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शिरः | शिरस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
शार्वम् | शार्व | pos=a,g=n,c=1,n=s |
स्वर्गात् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
पशुपति | पशुपति | pos=n,comp=y |
शिरस्तः | शिरस् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
क्षितिधरम् | क्षितिधर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
महीध्राद् | महीध्र | pos=n,g=m,c=5,n=s |
उत्तुङ्गाद् | उत्तुङ्ग | pos=a,g=m,c=5,n=s |
अवनिम् | अवनि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अवनेः | अवनि | pos=n,g=f,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
जलधिम् | जलधि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अधो | अधस् | pos=i |
ऽधो | अधस् | pos=i |
गङ्गा | गङ्गा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
पदम् | पद | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उपगता | उपगम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
स्तोकम् | स्तोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अथवा | अथवा | pos=i |
विवेक | विवेक | pos=n,comp=y |
भ्रष्टानाम् | भ्रंश् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
विनिपातः | विनिपात | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शत | शत | pos=n,comp=y |
मुखः | मुख | pos=n,g=m,c=1,n=s |