सौन्दरनन्दम् — 9.38
Original
Segmented
यथा प्रजाभ्यः कु नृपः बलाद् बलीन् हरति अशेषम् च न च अभिरक्षति तथा एव कायो वसन-आदि-साधनम् हरति अशेषम् च न च अनुवर्तते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यथा | यथा | pos=i |
प्रजाभ्यः | प्रजा | pos=n,g=f,c=5,n=p |
कु | कु | pos=i |
नृपः | नृप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
बलाद् | बल | pos=n,g=n,c=5,n=s |
बलीन् | बलि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
हरति | हृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अशेषम् | अशेष | pos=a,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
अभिरक्षति | अभिरक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तथा | तथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
कायो | काय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वसन | वसन | pos=n,comp=y |
आदि | आदि | pos=n,comp=y |
साधनम् | साधन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
हरति | हृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अशेषम् | अशेष | pos=a,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
अनुवर्तते | अनुवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |