Original

अथ नन्दम् अधीरलोचनं गृहयानोत्सुकम् उत्सुकोतुस्कम् ।अभिगम्य शिवेन चक्षुषा श्रमणः कश् चिद् उवाच मैत्रया ॥ १ ॥

Segmented

अथ नन्दम् अधीर-लोचनम् गृह-यान-उत्सुकम् उत्सुक-उत्सुकम् अभिगम्य शिवेन चक्षुषा श्रमणः कश्चिद् उवाच मैत्र्या

Analysis

Word Lemma Parse
अथ अथ pos=i
नन्दम् नन्द pos=n,g=m,c=2,n=s
अधीर अधीर pos=a,comp=y
लोचनम् लोचन pos=n,g=m,c=2,n=s
गृह गृह pos=n,comp=y
यान यान pos=n,comp=y
उत्सुकम् उत्सुक pos=a,g=m,c=2,n=s
उत्सुक उत्सुक pos=n,comp=y
उत्सुकम् उत्सुक pos=a,g=m,c=2,n=s
अभिगम्य अभिगम् pos=vi
शिवेन शिव pos=a,g=n,c=3,n=s
चक्षुषा चक्षुस् pos=n,g=n,c=3,n=s
श्रमणः श्रमण pos=n,g=m,c=1,n=s
कश्चिद् कश्चित् pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
मैत्र्या मैत्री pos=n,g=f,c=3,n=s