सौन्दरनन्दम् — 7.35
Original
Segmented
ब्रह्मर्षि-भाव-अर्थम् अपास्य राज्यम् भेजे वनम् यो विषयेषु अन् आस्थः स गाधिजः च अपहृतः घृताच्या समा दश एकम् दिवसम् विवेद
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ब्रह्मर्षि | ब्रह्मर्षि | pos=n,comp=y |
भाव | भाव | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अपास्य | अपास् | pos=vi |
राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भेजे | भज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विषयेषु | विषय | pos=n,g=m,c=7,n=p |
अन् | अन् | pos=i |
आस्थः | आस्था | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गाधिजः | गाधिज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अपहृतः | अपहृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
घृताच्या | घृताची | pos=n,g=f,c=3,n=s |
समा | समा | pos=n,g=f,c=2,n=p |
दश | दशन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एकम् | एक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दिवसम् | दिवस | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विवेद | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |