सौन्दरनन्दम् — 7.31
Original
Segmented
तथा अङ्गिराः राग-परीत-चेताः सरस्वतीम् ब्रह्म-सुतः सिषेवे सारस्वतो यत्र सुतो ऽस्य जज्ञे नष्टस्य वेदस्य पुनः प्रवक्ता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तथा | तथा | pos=i |
अङ्गिराः | अङ्गिरस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राग | राग | pos=n,comp=y |
परीत | परी | pos=va,comp=y,f=part |
चेताः | चेतस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सरस्वतीम् | सरस्वती | pos=n,g=f,c=2,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
सुतः | सुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सिषेवे | सेव् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सारस्वतो | सारस्वत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
सुतो | सुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
जज्ञे | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
नष्टस्य | नश् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
वेदस्य | वेद | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
प्रवक्ता | प्रवक्तृ | pos=a,g=m,c=1,n=s |