सौन्दरनन्दम् — 7.26
Original
Segmented
सूर्यः सरण्यूम् प्रति जात-रागः तद्-प्रीतये तष्ट इति श्रुतम् नः याम् अश्व-भूतः अश्व-वधूम् समेत्य यतो ऽश्विनौ तौ जनयांबभूव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सूर्यः | सूर्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सरण्यूम् | सरण्यू | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रति | प्रति | pos=i |
जात | जन् | pos=va,comp=y,f=part |
रागः | राग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
प्रीतये | प्रीति | pos=n,g=f,c=4,n=s |
तष्ट | तक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इति | इति | pos=i |
श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
याम् | यद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अश्व | अश्व | pos=n,comp=y |
भूतः | भू | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अश्व | अश्व | pos=n,comp=y |
वधूम् | वधू | pos=n,g=f,c=2,n=s |
समेत्य | समे | pos=vi |
यतो | यतस् | pos=i |
ऽश्विनौ | अश्विन् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
जनयांबभूव | जनय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |