सौन्दरनन्दम् — 7.24
Original
Segmented
भावेन गर्वेण गतेन लक्ष्म्या स्मितेन कोपेन मदेन वाग्भिः जह्रुः स्त्रियो देव-नृप-ऋषि-संघान् कस्मात् हि ना अस्मद्विधम् आक्षिपेयुः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भावेन | भाव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
गर्वेण | गर्व | pos=n,g=m,c=3,n=s |
गतेन | गम् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
लक्ष्म्या | लक्ष्मी | pos=n,g=f,c=3,n=s |
स्मितेन | स्मित | pos=n,g=n,c=3,n=s |
कोपेन | कोप | pos=n,g=m,c=3,n=s |
मदेन | मद | pos=n,g=m,c=3,n=s |
वाग्भिः | वाच् | pos=n,g=f,c=3,n=p |
जह्रुः | हृ | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
स्त्रियो | स्त्री | pos=n,g=f,c=1,n=p |
देव | देव | pos=n,comp=y |
नृप | नृप | pos=n,comp=y |
ऋषि | ऋषि | pos=n,comp=y |
संघान् | संघ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
कस्मात् | कस्मात् | pos=i |
हि | हि | pos=i |
ना | न | pos=i |
अस्मद्विधम् | अस्मद्विध | pos=a,g=m,c=2,n=s |
आक्षिपेयुः | आक्षिप् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |