सौन्दरनन्दम् — 7.17
Original
Segmented
अहम् गृहीत्वा अपि हि भिक्षु-लिङ्गम् भ्रातृ-ऋषिणा द्विः गुरुणा अनुशिष्टः सर्वासु अवस्थासु लभे न शान्तिम् प्रिया-वियोगात् इव चक्रवाकः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
गृहीत्वा | ग्रह् | pos=vi |
अपि | अपि | pos=i |
हि | हि | pos=i |
भिक्षु | भिक्षु | pos=n,comp=y |
लिङ्गम् | लिङ्ग | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भ्रातृ | भ्रातृ | pos=n,comp=y |
ऋषिणा | ऋषि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
द्विः | द्विस् | pos=i |
गुरुणा | गुरु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अनुशिष्टः | अनुशास् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सर्वासु | सर्व | pos=n,g=f,c=7,n=p |
अवस्थासु | अवस्था | pos=n,g=f,c=7,n=p |
लभे | लभ् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
शान्तिम् | शान्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रिया | प्रिया | pos=n,comp=y |
वियोगात् | वियोग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
इव | इव | pos=i |
चक्रवाकः | चक्रवाक | pos=n,g=m,c=1,n=s |