सौन्दरनन्दम् — 6.29
Original
Segmented
धृतः प्रियेण अयम् अभूत् मम इति रुक्म-त्सरुम् दर्पणम् आलिलिङ्गे यत्नात् च विन्यस्त-तमाल-पत्रौ रुष्टा इव धृष्टम् प्रममार्ज गण्डौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृतः | धृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रियेण | प्रिय | pos=a,g=m,c=3,n=s |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अभूत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
इति | इति | pos=i |
रुक्म | रुक्म | pos=n,comp=y |
त्सरुम् | त्सरु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दर्पणम् | दर्पण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आलिलिङ्गे | आलिङ्ग् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यत्नात् | यत्न | pos=n,g=m,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
विन्यस्त | विन्यस् | pos=va,comp=y,f=part |
तमाल | तमाल | pos=n,comp=y |
पत्रौ | पत्त्र | pos=n,g=m,c=2,n=d |
रुष्टा | रुष् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
धृष्टम् | धृष् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
प्रममार्ज | प्रमृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
गण्डौ | गण्ड | pos=n,g=m,c=2,n=d |