सौन्दरनन्दम् — 6.21
Original
Segmented
युवा अपि तावत् प्रिय-दर्शनः ऽपि सौभाग्य-भाग्य-अभिजन-अन्वितः ऽपि यः त्वाम् प्रियो ना अभ्यचरत् कदाचिद् तम् अन्यथा यासि अति कातरा असि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युवा | युवन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
तावत् | तावत् | pos=i |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
दर्शनः | दर्शन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
सौभाग्य | सौभाग्य | pos=n,comp=y |
भाग्य | भाग्य | pos=n,comp=y |
अभिजन | अभिजन | pos=n,comp=y |
अन्वितः | अन्वित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
प्रियो | प्रिय | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ना | न | pos=i |
अभ्यचरत् | अभिचर् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
कदाचिद् | कदाचिद् | pos=i |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अन्यथा | अन्यथा | pos=i |
यासि | या | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
अति | अति | pos=i |
कातरा | कातर | pos=a,g=f,c=1,n=s |
असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |