सौन्दरनन्दम् — 6.17
Original
Segmented
भक्तिम् स बुद्धम् प्रति याम् अवोचत् तस्य प्रयातुम् मयि सो ऽपदेशः मुनौ प्रसादो यदि तस्य हि स्यात् मृत्योः इव उग्रात् अनृतात् बिभीयात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भक्तिम् | भक्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
बुद्धम् | बुद्ध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रति | प्रति | pos=i |
याम् | यद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अवोचत् | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
प्रयातुम् | प्रया | pos=vi |
मयि | मद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपदेशः | अपदेश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मुनौ | मुनि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
प्रसादो | प्रसाद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यदि | यदि | pos=i |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
हि | हि | pos=i |
स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
मृत्योः | मृत्यु | pos=n,g=m,c=5,n=s |
इव | इव | pos=i |
उग्रात् | उग्र | pos=a,g=m,c=5,n=s |
अनृतात् | अनृत | pos=n,g=n,c=5,n=s |
बिभीयात् | भी | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |