सौन्दरनन्दम् — 6.15
Original
Segmented
रति-प्रियस्य प्रिय-वर्तिनः मे प्रियस्य नूनम् हृदयम् विरक्तम् तथा अपि रागो यदि तस्य हि स्यान् मद्-चित्त-रक्षी न स ना आगतः स्यात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
रति | रति | pos=n,comp=y |
प्रियस्य | प्रिय | pos=a,g=m,c=6,n=s |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
वर्तिनः | वर्तिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
प्रियस्य | प्रिय | pos=a,g=m,c=6,n=s |
नूनम् | नूनम् | pos=i |
हृदयम् | हृदय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विरक्तम् | विरञ्ज् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तथा | तथा | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
रागो | राग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यदि | यदि | pos=i |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
हि | हि | pos=i |
स्यान् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
चित्त | चित्त | pos=n,comp=y |
रक्षी | रक्षिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ना | न | pos=i |
आगतः | आगम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |