सौन्दरनन्दम् — 5.35
Original
Segmented
नन्दम् ततो अन्तः मनसा रुदन्तम् एहि इति वैदेह-मुनिः जगाद शनैस् ततस् तम् समुपेत्य नन्दो न प्रव्रजिष्यामि अहम् इति उवाच
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नन्दम् | नन्द | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
अन्तः | अन्तर् | pos=i |
मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
रुदन्तम् | रुद् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
एहि | ए | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इति | इति | pos=i |
वैदेह | वैदेह | pos=a,comp=y |
मुनिः | मुनि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जगाद | गद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शनैस् | शनैस् | pos=i |
ततस् | ततस् | pos=i |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समुपेत्य | समुपे | pos=vi |
नन्दो | नन्द | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
प्रव्रजिष्यामि | प्रव्रज् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |