सौन्दरनन्दम् — 4.9
Original
Segmented
परस्पर-उद्वीक्षण-तत्पर-अक्षम् परस्पर-व्याहृत-सक्त-चित्तम् परस्पर-आश्लेष-हृत-अङ्गरागम् परस्परम् तत् मिथुनम् जहार
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
परस्पर | परस्पर | pos=n,comp=y |
उद्वीक्षण | उद्वीक्षण | pos=n,comp=y |
तत्पर | तत्पर | pos=a,comp=y |
अक्षम् | अक्ष | pos=n,g=n,c=1,n=s |
परस्पर | परस्पर | pos=n,comp=y |
व्याहृत | व्याहृत | pos=n,comp=y |
सक्त | सञ्ज् | pos=va,comp=y,f=part |
चित्तम् | चित्त | pos=n,g=n,c=1,n=s |
परस्पर | परस्पर | pos=n,comp=y |
आश्लेष | आश्लेष | pos=n,comp=y |
हृत | हृ | pos=va,comp=y,f=part |
अङ्गरागम् | अङ्गराग | pos=n,g=n,c=1,n=s |
परस्परम् | परस्पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मिथुनम् | मिथुन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
जहार | हृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |