Original

सा तं प्रयान्तं रमणं प्रदध्यौ प्रध्यानशून्यस्थितनिश्चलाक्षी ।स्थितोच्चकर्णा व्यपविद्धशष्पा भ्रान्तस्ं मृगं भ्रान्तं मृगङ् भ्रान्तं मुखी मृगीव ॥ ३९ ॥

Segmented

सा तम् प्रयान्तम् रमणम् प्रदध्यौ प्रध्यान-शून्य-स्थित-निश्चल-अक्षी स्थित-उच्च-कर्णा व्यपविद्ध-शष्पा भ्रान्तम् मृगम् भ्रान्त-मुखी मृगी इव

Analysis

Word Lemma Parse
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
प्रयान्तम् प्रया pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
रमणम् रमण pos=n,g=m,c=2,n=s
प्रदध्यौ प्रध्या pos=v,p=3,n=s,l=lit
प्रध्यान प्रध्यान pos=n,comp=y
शून्य शून्य pos=a,comp=y
स्थित स्था pos=va,comp=y,f=part
निश्चल निश्चल pos=a,comp=y
अक्षी अक्ष pos=a,g=f,c=1,n=s
स्थित स्था pos=va,comp=y,f=part
उच्च उच्च pos=a,comp=y
कर्णा कर्ण pos=n,g=f,c=1,n=s
व्यपविद्ध व्यपव्यध् pos=va,comp=y,f=part
शष्पा शष्प pos=n,g=f,c=1,n=s
भ्रान्तम् भ्रम् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
मृगम् मृग pos=n,g=m,c=2,n=s
भ्रान्त भ्रम् pos=va,comp=y,f=part
मुखी मुख pos=a,g=f,c=1,n=s
मृगी मृगी pos=n,g=f,c=1,n=s
इव इव pos=i