सौन्दरनन्दम् — 3.34
Original
Segmented
मनसा लुलोभ न च जातु पर-वसुषु गृद्ध-मानसः काम-सुखम् असुखतः विमृशन् विजहार तृप्त इव तत्र सत्-जनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
लुलोभ | लुभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
जातु | जातु | pos=i |
पर | पर | pos=n,comp=y |
वसुषु | वसु | pos=n,g=n,c=7,n=p |
गृद्ध | गृध् | pos=va,comp=y,f=part |
मानसः | मानस | pos=a,g=m,c=1,n=s |
काम | काम | pos=n,comp=y |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
असुखतः | असुख | pos=n,g=n,c=5,n=s |
विमृशन् | विमृश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
विजहार | विहृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तृप्त | तृप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
सत् | सत् | pos=a,comp=y |
जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |