सौन्दरनन्दम् — 18.63
Original
Segmented
इति एषा व्युपशान्तये न रतये मोक्ष-अर्थ-गर्भा कृतिः श्रोतॄणाम् ग्रहण-अर्थम् अन्य-मनसाम् काव्य-उपचारात् कृता यत् मोक्षात् कृतम् अन्यत् अत्र हि मया तत् काव्य-धर्मात् कृतम् पातुम् तिक्तम् इव औषधम् मधु-युतम् हृद्यम् कथम् स्यात् इति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
एषा | एतद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
व्युपशान्तये | व्युपशान्ति | pos=n,g=f,c=4,n=s |
न | न | pos=i |
रतये | रति | pos=n,g=f,c=4,n=s |
मोक्ष | मोक्ष | pos=n,comp=y |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
गर्भा | गर्भ | pos=n,g=f,c=1,n=s |
कृतिः | कृति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
श्रोतॄणाम् | श्रोतृ | pos=a,g=m,c=6,n=p |
ग्रहण | ग्रहण | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अन्य | अन्य | pos=n,comp=y |
मनसाम् | मनस् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
काव्य | काव्य | pos=n,comp=y |
उपचारात् | उपचार | pos=n,g=m,c=5,n=s |
कृता | कृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मोक्षात् | मोक्ष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
अन्यत् | अन्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अत्र | अत्र | pos=i |
हि | हि | pos=i |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
काव्य | काव्य | pos=n,comp=y |
धर्मात् | धर्म | pos=n,g=m,c=5,n=s |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
पातुम् | पा | pos=vi |
तिक्तम् | तिक्त | pos=a,g=n,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
औषधम् | औषध | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मधु | मधु | pos=n,comp=y |
युतम् | युत | pos=a,g=n,c=1,n=s |
हृद्यम् | हृद्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
इति | इति | pos=i |