सौन्दरनन्दम् — 18.62
Original
Segmented
भिक्षा-अर्थम् समये विवेश स पुरम् दृष्टीः जनस्य आक्षिपन् लाभ-अ लाभ-सुख-असुख-आदिषु समः स्वस्थ-इन्द्रियः निस्पृहः निर्मोक्षाय चकार तत्र च कथाम् काले जनाय अर्थिने न एव उन्मार्ग-गतान् परान् परिभवन् आत्मानम् उत्कर्षयन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भिक्षा | भिक्षा | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समये | समय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
विवेश | विश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पुरम् | पुर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दृष्टीः | दृष्टि | pos=n,g=f,c=2,n=p |
जनस्य | जन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
आक्षिपन् | आक्षिप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
लाभ | लाभ | pos=n,comp=y |
अ | अ | pos=i |
लाभ | लाभ | pos=n,comp=y |
सुख | सुख | pos=n,comp=y |
असुख | असुख | pos=n,comp=y |
आदिषु | आदि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
समः | सम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्वस्थ | स्वस्थ | pos=a,comp=y |
इन्द्रियः | इन्द्रिय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निस्पृहः | निस्पृह | pos=a,g=m,c=1,n=s |
निर्मोक्षाय | निर्मोक्ष | pos=n,g=m,c=4,n=s |
चकार | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तत्र | तत्र | pos=i |
च | च | pos=i |
कथाम् | कथा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
जनाय | जन | pos=n,g=m,c=4,n=s |
अर्थिने | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=4,n=s |
न | न | pos=i |
एव | एव | pos=i |
उन्मार्ग | उन्मार्ग | pos=n,comp=y |
गतान् | गम् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
परान् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
परिभवन् | परिभू | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उत्कर्षयन् | उत्कर्षय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |