सौन्दरनन्दम् — 18.58
Original
Segmented
ब्रवीतु तावत् पुरि विस्मितो जनः त्वयि स्थिते कुर्वति धर्म-देशनाः अहो बत आश्चर्यम् इदम् विमुक्तये करोति रागी यत् अयम् कथाम् इति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ब्रवीतु | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
तावत् | तावत् | pos=i |
पुरि | पुर् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
विस्मितो | विस्मि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
स्थिते | स्था | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
कुर्वति | कृ | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
देशनाः | देशना | pos=n,g=f,c=2,n=p |
अहो | अहो | pos=i |
बत | बत | pos=i |
आश्चर्यम् | आश्चर्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विमुक्तये | विमुक्ति | pos=n,g=f,c=4,n=s |
करोति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
रागी | रागिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
यत् | यत् | pos=i |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कथाम् | कथा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इति | इति | pos=i |