सौन्दरनन्दम् — 18.43
Original
Segmented
अथो हि तत्त्वम् परिगम्य सम्यक् निर्धूय दोषान् अधिगम्य शान्तिम् स्वम् ना आश्रयम् सम्प्रति चिन्तयामि न तम् जनम् ना अप्सरसः न देवान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथो | अथो | pos=i |
हि | हि | pos=i |
तत्त्वम् | तत्त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
परिगम्य | परिगम् | pos=vi |
सम्यक् | सम्यक् | pos=i |
निर्धूय | निर्धू | pos=vi |
दोषान् | दोष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अधिगम्य | अधिगम् | pos=vi |
शान्तिम् | शान्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
स्वम् | स्व | pos=a,g=m,c=2,n=s |
ना | न | pos=i |
आश्रयम् | आश्रय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सम्प्रति | सम्प्रति | pos=i |
चिन्तयामि | चिन्तय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जनम् | जन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ना | न | pos=i |
अप्सरसः | अप्सरस् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
न | न | pos=i |
देवान् | देव | pos=n,g=m,c=2,n=p |