सौन्दरनन्दम् — 18.32
Original
Segmented
दिष्ट्या असि शान्तिम् परमाम् उपेतः निस्तीर्ण-कान्तारः इव आप्त-सारः सर्वो हि संसार-गतः भय-आर्तः यथा एव कान्तार-गतः तथा एव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
शान्तिम् | शान्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
परमाम् | परम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
उपेतः | उपे | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
निस्तीर्ण | निस्तृ | pos=va,comp=y,f=part |
कान्तारः | कान्तार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
आप्त | आप् | pos=va,comp=y,f=part |
सारः | सार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सर्वो | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
संसार | संसार | pos=n,comp=y |
गतः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
भय | भय | pos=n,comp=y |
आर्तः | आर्त | pos=a,g=m,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
कान्तार | कान्तार | pos=n,comp=y |
गतः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तथा | तथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |