सौन्दरनन्दम् — 18.26
Original
Segmented
अहो धृतिः ते अ विषय-आत्मकस्य यत् त्वम् मतिम् मोक्ष-विधौ अकार्षीः यास्यामि निष्ठाम् इति बालिशो हि जन्म-क्षयात् त्रासम् इह अभ्युपैति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अहो | अहो | pos=i |
धृतिः | धृति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
अ | अ | pos=i |
विषय | विषय | pos=n,comp=y |
आत्मकस्य | आत्मक | pos=a,g=m,c=6,n=s |
यत् | यत् | pos=i |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
मतिम् | मति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
मोक्ष | मोक्ष | pos=n,comp=y |
विधौ | विधि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
अकार्षीः | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lun |
यास्यामि | या | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
निष्ठाम् | निष्ठा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इति | इति | pos=i |
बालिशो | बालिश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
जन्म | जन्मन् | pos=n,comp=y |
क्षयात् | क्षय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
त्रासम् | त्रास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इह | इह | pos=i |
अभ्युपैति | अभ्युपे | pos=v,p=3,n=s,l=lat |