सौन्दरनन्दम् — 18.15
Original
Segmented
स्कन्धान् च रूप-प्रभृतीन् दशार्धान् पश्यामि यस्मात् चपलान् असारान् अनात्मकान् च एव वध-आत्मकान् च तस्माद् विमुक्तो अस्मि अशिवेभ्यः एभ्यः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्कन्धान् | स्कन्ध | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
रूप | रूप | pos=n,comp=y |
प्रभृतीन् | प्रभृति | pos=n,g=m,c=2,n=p |
दशार्धान् | दशार्ध | pos=a,g=m,c=2,n=p |
पश्यामि | पश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
यस्मात् | यस्मात् | pos=i |
चपलान् | चपल | pos=a,g=m,c=2,n=p |
असारान् | असार | pos=a,g=m,c=2,n=p |
अनात्मकान् | अनात्मक | pos=a,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
वध | वध | pos=n,comp=y |
आत्मकान् | आत्मक | pos=a,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
विमुक्तो | विमुच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अशिवेभ्यः | अशिव | pos=a,g=m,c=5,n=p |
एभ्यः | इदम् | pos=n,g=m,c=5,n=p |