सौन्दरनन्दम् — 17.8
Original
Segmented
स पर्यवस्थानम् अवेत्य सद्यस् चिक्षेप ताम् धर्म-विघात-कर्त्रीम् प्रियाम् अपि क्रोध-परीत-चेताः नारीम् इव उद्वृत्त-गुणाम् मनस्वी
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पर्यवस्थानम् | पर्यवस्थान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अवेत्य | अवे | pos=vi |
सद्यस् | सद्यस् | pos=i |
चिक्षेप | क्षिप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
विघात | विघात | pos=n,comp=y |
कर्त्रीम् | कर्तृ | pos=a,g=f,c=2,n=s |
प्रियाम् | प्रिय | pos=a,g=f,c=2,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
क्रोध | क्रोध | pos=n,comp=y |
परीत | परी | pos=va,comp=y,f=part |
चेताः | चेतस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नारीम् | नारी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
उद्वृत्त | उद्वृत् | pos=va,comp=y,f=part |
गुणाम् | गुण | pos=n,g=f,c=2,n=s |
मनस्वी | मनस्विन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |