सौन्दरनन्दम् — 17.59
Original
Segmented
अग्नि-द्रुम-आज्य-अम्बुषु या हि वृत्तिः कबन्ध-वायु-अग्नि-दिवाकराणाम् दोषेषु ताम् वृत्तिम् इयाय नन्दो निर्वापण-उत्पाटन-दाह-शोषैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अग्नि | अग्नि | pos=n,comp=y |
द्रुम | द्रुम | pos=n,comp=y |
आज्य | आज्य | pos=n,comp=y |
अम्बुषु | अम्बु | pos=n,g=n,c=7,n=p |
या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
वृत्तिः | वृत्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
कबन्ध | कबन्ध | pos=n,comp=y |
वायु | वायु | pos=n,comp=y |
अग्नि | अग्नि | pos=n,comp=y |
दिवाकराणाम् | दिवाकर | pos=n,g=m,c=6,n=p |
दोषेषु | दोष | pos=n,g=m,c=7,n=p |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
वृत्तिम् | वृत्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इयाय | इ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
नन्दो | नन्द | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निर्वापण | निर्वापण | pos=n,comp=y |
उत्पाटन | उत्पाटन | pos=n,comp=y |
दाह | दाह | pos=n,comp=y |
शोषैः | शोष | pos=n,g=m,c=3,n=p |