सौन्दरनन्दम् — 17.57
Original
Segmented
चिछेद कार्त्स्न्येन ततः स पञ्च प्रज्ञा-असिना भावनया ईरितेन ऊर्ध्वंगमानि उत्तम-बन्धनानि संयोजनानि उत्तम-बन्धनानि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
चिछेद | छिद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
कार्त्स्न्येन | कार्त्स्न्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
ततः | ततस् | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पञ्च | पञ्चन् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
प्रज्ञा | प्रज्ञा | pos=n,comp=y |
असिना | असि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
भावनया | भावना | pos=n,g=f,c=3,n=s |
ईरितेन | ईरय् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
ऊर्ध्वंगमानि | ऊर्ध्वंगम | pos=a,g=n,c=2,n=p |
उत्तम | उत्तम | pos=a,comp=y |
बन्धनानि | बन्धन | pos=n,g=n,c=2,n=p |
संयोजनानि | संयोजन | pos=n,g=n,c=2,n=p |
उत्तम | उत्तम | pos=a,comp=y |
बन्धनानि | बन्धन | pos=n,g=n,c=2,n=p |