सौन्दरनन्दम् — 17.53
Original
Segmented
यत्रा इञ्जितम् स्पन्दितम् अस्ति तत्र यत्रा अस्ति च स्पन्दितम् अस्ति दुःखम् यस्मात् अतस् तत् सुखम् इञ्जक-त्वात् प्रशान्ति-कामाः यतयः त्यजन्ति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यत्रा | यत्र | pos=i |
इञ्जितम् | इञ्जय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
स्पन्दितम् | स्पन्दित | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तत्र | तत्र | pos=i |
यत्रा | यत्र | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
च | च | pos=i |
स्पन्दितम् | स्पन्दित | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यस्मात् | यस्मात् | pos=i |
अतस् | अतस् | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इञ्जक | इञ्जक | pos=a,comp=y |
त्वात् | त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
प्रशान्ति | प्रशान्ति | pos=n,comp=y |
कामाः | काम | pos=n,g=m,c=1,n=p |
यतयः | यति | pos=n,g=m,c=1,n=p |
त्यजन्ति | त्यज् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |