सौन्दरनन्दम् — 17.51
Original
Segmented
यस्मात् परम् तत्र सुखम् सुखेभ्यः ततस् परम् ना अस्ति सुख-प्रवृत्तिः तस्माद् बभाषे शुभ-कृत्स्न-भूमिः पर-अपर-ज्ञः परमा इति मैत्र्या
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यस्मात् | यद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
परम् | पर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सुखेभ्यः | सुख | pos=n,g=n,c=5,n=p |
ततस् | ततस् | pos=i |
परम् | पर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ना | न | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सुख | सुख | pos=n,comp=y |
प्रवृत्तिः | प्रवृत्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तस्माद् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
बभाषे | भाष् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शुभ | शुभ | pos=a,comp=y |
कृत्स्न | कृत्स्न | pos=a,comp=y |
भूमिः | भूमि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
पर | पर | pos=n,comp=y |
अपर | अपर | pos=n,comp=y |
ज्ञः | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
परमा | परम | pos=a,g=f,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
मैत्र्या | मैत्री | pos=n,g=f,c=3,n=s |