सौन्दरनन्दम् — 17.46
Original
Segmented
खिन्नस्य सुप्तस्य च निर्वृतस्य बाधम् यथा संजनयन्ति शब्दाः अध्यात्मम् ऐकाग्र्यम् उपागतस्य भवन्ति बाधाय तथा वितर्काः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
खिन्नस्य | खिद् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
सुप्तस्य | स्वप् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
निर्वृतस्य | निर्वृत | pos=a,g=m,c=6,n=s |
बाधम् | बाध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
संजनयन्ति | संजनय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
शब्दाः | शब्द | pos=n,g=m,c=1,n=p |
अध्यात्मम् | अध्यात्म | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ऐकाग्र्यम् | ऐकाग्र्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उपागतस्य | उपागम् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
बाधाय | बाध | pos=n,g=m,c=4,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
वितर्काः | वितर्क | pos=n,g=m,c=1,n=p |