सौन्दरनन्दम् — 17.28
Original
Segmented
स दर्शनात् आर्य-चतुष्टयस्य क्लेश-एक-देशस्य च विप्रयोगात् प्रत्यात्मिकात् च अपि विशेष-लाभात् प्रत्यक्षतो ज्ञानि-सुखस्य च एव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दर्शनात् | दर्शन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
आर्य | आर्य | pos=a,comp=y |
चतुष्टयस्य | चतुष्टय | pos=n,g=n,c=6,n=s |
क्लेश | क्लेश | pos=n,comp=y |
एक | एक | pos=n,comp=y |
देशस्य | देश | pos=n,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
विप्रयोगात् | विप्रयोग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
प्रत्यात्मिकात् | प्रत्यात्मिक | pos=a,g=m,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
विशेष | विशेष | pos=n,comp=y |
लाभात् | लाभ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
प्रत्यक्षतो | प्रत्यक्ष | pos=n,g=n,c=5,n=s |
ज्ञानि | ज्ञानिन् | pos=a,comp=y |
सुखस्य | सुख | pos=n,g=n,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |