सौन्दरनन्दम् — 17.25
Original
Segmented
स स्मृति-उपस्थान-मयैः पृषत्कैः शत्रून् विपर्यास-मयान् क्षणेन दुःखस्य हेतून् चतुरः चतुर्भिः स्वैः स्वैः प्रचार-आयतनैः ददार
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्मृति | स्मृति | pos=n,comp=y |
उपस्थान | उपस्थान | pos=n,comp=y |
मयैः | मय | pos=a,g=m,c=3,n=p |
पृषत्कैः | पृषत्क | pos=n,g=m,c=3,n=p |
शत्रून् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
विपर्यास | विपर्यास | pos=n,comp=y |
मयान् | मय | pos=a,g=m,c=2,n=p |
क्षणेन | क्षण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
दुःखस्य | दुःख | pos=n,g=n,c=6,n=s |
हेतून् | हेतु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
चतुरः | चतुर् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
चतुर्भिः | चतुर् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
स्वैः | स्व | pos=a,g=n,c=3,n=p |
स्वैः | स्व | pos=a,g=n,c=3,n=p |
प्रचार | प्रचार | pos=n,comp=y |
आयतनैः | आयतन | pos=n,g=n,c=3,n=p |
ददार | दृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |