सौन्दरनन्दम् — 17.16
Original
Segmented
स रूपिणम् कृत्स्नम् अरूपिणम् च सारम् दिदृक्षुः विचिकाय कायम् अथा अशुचिम् दुःखम् अनित्यम् अस्वम् निरात्मकम् च एव चिकाय कायम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
रूपिणम् | रूपिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
कृत्स्नम् | कृत्स्न | pos=a,g=m,c=2,n=s |
अरूपिणम् | अरूपिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
सारम् | सार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दिदृक्षुः | दिदृक्षु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
विचिकाय | विचि | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
कायम् | काय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अथा | अथ | pos=i |
अशुचिम् | अशुचि | pos=a,g=m,c=2,n=s |
दुःखम् | दुःख | pos=a,g=m,c=2,n=s |
अनित्यम् | अनित्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
अस्वम् | अस्व | pos=a,g=m,c=2,n=s |
निरात्मकम् | निरात्मक | pos=a,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
चिकाय | चि | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
कायम् | काय | pos=n,g=m,c=2,n=s |