Original

स तद्विघाताय निमित्तम् अन्यद् योगानुकूलं कुशलं प्रपेदे ।आर्तायनं स्क्षीणबलो बल्स्थं निरस्यमानो बलिनारिणेव ॥ १० ॥

Segmented

स तद्-विघाताय निमित्तम् अन्यत् योग-अनुकूलम् कुशलम् प्रपेदे आर्त-अयनम् क्षीण-बलः बलस्थम् निरस्यमानो बलिना अरिणा इव

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
तद् तद् pos=n,comp=y
विघाताय विघात pos=n,g=m,c=4,n=s
निमित्तम् निमित्त pos=n,g=n,c=2,n=s
अन्यत् अन्य pos=n,g=n,c=2,n=s
योग योग pos=n,comp=y
अनुकूलम् अनुकूल pos=a,g=n,c=2,n=s
कुशलम् कुशल pos=a,g=n,c=2,n=s
प्रपेदे प्रपद् pos=v,p=3,n=s,l=lit
आर्त आर्त pos=a,comp=y
अयनम् अयन pos=n,g=m,c=2,n=s
क्षीण क्षि pos=va,comp=y,f=part
बलः बल pos=n,g=m,c=1,n=s
बलस्थम् बलस्थ pos=a,g=m,c=2,n=s
निरस्यमानो निरस् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
बलिना बलिन् pos=a,g=m,c=3,n=s
अरिणा अरि pos=n,g=m,c=3,n=s
इव इव pos=i