सौन्दरनन्दम् — 16.96
Original
Segmented
नयम् श्रुत्वा शक्तो यत् अयम् अभिवृद्धिम् न लभते परम् धर्मम् ज्ञात्वा यत् उपरि निवासम् न लभते गृहम् त्यक्त्वा मुक्तौ यत् अयम् उपशान्तिम् न लभते निमित्तम् कौसीद्यम् भवति पुरुषस्य अत्र न रिपुः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नयम् | नय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
शक्तो | शक् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
यत् | यत् | pos=i |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अभिवृद्धिम् | अभिवृद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
लभते | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
परम् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ज्ञात्वा | ज्ञा | pos=vi |
यत् | यत् | pos=i |
उपरि | उपरि | pos=i |
निवासम् | निवास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
लभते | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
गृहम् | गृह | pos=n,g=n,c=2,n=s |
त्यक्त्वा | त्यज् | pos=vi |
मुक्तौ | मुक्ति | pos=n,g=f,c=7,n=s |
यत् | यत् | pos=i |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उपशान्तिम् | उपशान्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
लभते | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
निमित्तम् | निमित्त | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कौसीद्यम् | कौसीद्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पुरुषस्य | पुरुष | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अत्र | अत्र | pos=i |
न | न | pos=i |
रिपुः | रिपु | pos=n,g=m,c=1,n=s |