सौन्दरनन्दम् — 16.62
Original
Segmented
व्यापाद-दोष-क्षुभिते तु चित्ते सेव्या स्व-पक्ष-उपनयेन मैत्री द्वेष-आत्मनः हि प्रशमाय मैत्री पित्त-आत्मनः शीत इव उपचारः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
व्यापाद | व्यापाद | pos=n,comp=y |
दोष | दोष | pos=n,comp=y |
क्षुभिते | क्षुभ् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
तु | तु | pos=i |
चित्ते | चित्त | pos=n,g=n,c=7,n=s |
सेव्या | सेव् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=krtya |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
पक्ष | पक्ष | pos=n,comp=y |
उपनयेन | उपनय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
मैत्री | मैत्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |
द्वेष | द्वेष | pos=n,comp=y |
आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
हि | हि | pos=i |
प्रशमाय | प्रशम | pos=n,g=m,c=4,n=s |
मैत्री | मैत्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |
पित्त | पित्त | pos=n,comp=y |
आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शीत | शीत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
उपचारः | उपचार | pos=n,g=m,c=1,n=s |