सौन्दरनन्दम् — 16.46
Original
Segmented
यथा स्वभावेन हि नाम-रूपम् तद्-हेतुम् एवा अस्त-गमम् च तस्य विजानतः पश्यत एव च अहम् ब्रवीमि सम्यक् क्षयम् आस्रवाणाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यथा | यथा | pos=i |
स्वभावेन | स्वभाव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
हि | हि | pos=i |
नाम | नामन् | pos=n,comp=y |
रूपम् | रूप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
हेतुम् | हेतु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एवा | एव | pos=i |
अस्त | अस्त | pos=n,comp=y |
गमम् | गम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
विजानतः | विज्ञा | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
पश्यत | पश् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
ब्रवीमि | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
सम्यक् | सम्यक् | pos=i |
क्षयम् | क्षय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आस्रवाणाम् | आस्रव | pos=n,g=m,c=6,n=p |