सौन्दरनन्दम् — 16.43
Original
Segmented
शिरसि अथो वाससि संप्रदीप्ते सत्य-अवबोधाय मतिः विचार्या दग्धम् जगत् सत्य-नयम् हि अ दृष्ट्वा प्रदह्यते संप्रति धक्ष्यते च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शिरसि | शिरस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
अथो | अथो | pos=i |
वाससि | वासस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
संप्रदीप्ते | संप्रदीप् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
सत्य | सत्य | pos=n,comp=y |
अवबोधाय | अवबोध | pos=n,g=m,c=4,n=s |
मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
विचार्या | विचारय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=krtya |
दग्धम् | दह् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
जगत् | जगन्त् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सत्य | सत्य | pos=n,comp=y |
नयम् | नय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
हि | हि | pos=i |
अ | अ | pos=i |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
प्रदह्यते | प्रदह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
संप्रति | सम्प्रति | pos=i |
धक्ष्यते | दह् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
च | च | pos=i |