सौन्दरनन्दम् — 16.37
Original
Segmented
त्रि-स्कन्धम् एतम् प्रविगाह्य मार्गम् प्रस्पष्टम् अष्ट-अङ्गम् अ हार्यम् आर्यम् दुःखस्य हेतून् प्रजहाति दोषान् प्राप्नोति च अत्यन्त-शिवम् पदम् तत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्रि | त्रि | pos=n,comp=y |
स्कन्धम् | स्कन्ध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एतम् | एतद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रविगाह्य | प्रविगाह् | pos=vi |
मार्गम् | मार्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रस्पष्टम् | प्रपश् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
अष्ट | अष्टन् | pos=n,comp=y |
अङ्गम् | अङ्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अ | अ | pos=i |
हार्यम् | हृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=krtya |
आर्यम् | आर्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
दुःखस्य | दुःख | pos=n,g=n,c=6,n=s |
हेतून् | हेतु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्रजहाति | प्रहा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
दोषान् | दोष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्राप्नोति | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
च | च | pos=i |
अत्यन्त | अत्यन्त | pos=a,comp=y |
शिवम् | शिव | pos=a,g=n,c=2,n=s |
पदम् | पद | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |