सौन्दरनन्दम् — 16.32
Original
Segmented
सत्येषु दुःख-आदिषु दृष्टिः आर्या सम्यक् वितर्कः च पराक्रमः च इदम् त्रयम् ज्ञान-विधौ प्रवृत्तम् प्रज्ञा-आश्रयम् क्लेश-परिक्षयाय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सत्येषु | सत्य | pos=a,g=m,c=7,n=p |
दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
आदिषु | आदि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
दृष्टिः | दृष्टि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
आर्या | आर्य | pos=a,g=f,c=1,n=s |
सम्यक् | सम्यक् | pos=i |
वितर्कः | वितर्क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
पराक्रमः | पराक्रम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्रयम् | त्रय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ज्ञान | ज्ञान | pos=n,comp=y |
विधौ | विधि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
प्रवृत्तम् | प्रवृत् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
प्रज्ञा | प्रज्ञा | pos=n,comp=y |
आश्रयम् | आश्रय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
क्लेश | क्लेश | pos=n,comp=y |
परिक्षयाय | परिक्षय | pos=n,g=m,c=4,n=s |