सौन्दरनन्दम् — 16.20
Original
Segmented
सत्त्वानि अभिष्वङ्ग-वशानि दृष्ट्वा स्व-जातिषु प्रीति-पराणि अतीव अभ्यास-योगात् उपपादितानि तैः एव दोषैः इति तानि विद्धि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सत्त्वानि | सत्त्व | pos=n,g=n,c=2,n=p |
अभिष्वङ्ग | अभिष्वङ्ग | pos=n,comp=y |
वशानि | वश | pos=a,g=n,c=2,n=p |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
जातिषु | जाति | pos=n,g=f,c=7,n=p |
प्रीति | प्रीति | pos=n,comp=y |
पराणि | पर | pos=n,g=n,c=2,n=p |
अतीव | अतीव | pos=i |
अभ्यास | अभ्यास | pos=n,comp=y |
योगात् | योग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
उपपादितानि | उपपादय् | pos=va,g=n,c=2,n=p,f=part |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
एव | एव | pos=i |
दोषैः | दोष | pos=n,g=m,c=3,n=p |
इति | इति | pos=i |
तानि | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
विद्धि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |