सौन्दरनन्दम् — 16.11
Original
Segmented
आकाश-योनिः पवनो यथा हि यथा शमीगर्भ-शयः हुताशः आपो यथा अन्तः वसुधा-आशयाः च दुःखम् तथा चित्त-शरीर-योनिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आकाश | आकाश | pos=n,comp=y |
योनिः | योनि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पवनो | पवन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
हि | हि | pos=i |
यथा | यथा | pos=i |
शमीगर्भ | शमीगर्भ | pos=n,comp=y |
शयः | शय | pos=a,g=m,c=1,n=s |
हुताशः | हुताश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आपो | अप् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
यथा | यथा | pos=i |
अन्तः | अन्तर् | pos=i |
वसुधा | वसुधा | pos=n,comp=y |
आशयाः | आशय | pos=n,g=f,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
चित्त | चित्त | pos=n,comp=y |
शरीर | शरीर | pos=n,comp=y |
योनिः | योनि | pos=n,g=m,c=1,n=s |