सौन्दरनन्दम् — 15.68
Original
Segmented
क्रमेण अद्भिः शुद्धम् कनकम् इह पांसु-व्यवहितम् यथा अग्नौ कर्मारः पचति भृशम् आवर्तयति च तथा योग-आचारः निपुणम् इह दोष-व्यवहितम् विशोध्य क्लेशेभ्यः शमयति मनः संक्षिपति च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
क्रमेण | क्रमेण | pos=i |
अद्भिः | अप् | pos=n,g=f,c=3,n=p |
शुद्धम् | शुध् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
कनकम् | कनक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इह | इह | pos=i |
पांसु | पांसु | pos=n,comp=y |
व्यवहितम् | व्यवधा | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
यथा | यथा | pos=i |
अग्नौ | अग्नि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
कर्मारः | कर्मार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पचति | पच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
आवर्तयति | आवर्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
च | च | pos=i |
तथा | तथा | pos=i |
योग | योग | pos=n,comp=y |
आचारः | आचार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निपुणम् | निपुण | pos=a,g=n,c=2,n=s |
इह | इह | pos=i |
दोष | दोष | pos=n,comp=y |
व्यवहितम् | व्यवधा | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
विशोध्य | विशोधय् | pos=vi |
क्लेशेभ्यः | क्लेश | pos=n,g=m,c=5,n=p |
शमयति | शमय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
संक्षिपति | संक्षिप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
च | च | pos=i |