सौन्दरनन्दम् — 15.26
Original
Segmented
अनभिज्ञो यथा जात्यम् दहेत् अगुरु काष्ठ-वत् अन्यायेन मनुष्य-त्वम् उपहन्यात् इदम् तथा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अनभिज्ञो | अनभिज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
जात्यम् | जात्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
दहेत् | दह् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
अगुरु | अगुरु | pos=n,g=n,c=1,n=s |
काष्ठ | काष्ठ | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
अन्यायेन | अन्याय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
मनुष्य | मनुष्य | pos=n,comp=y |
त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उपहन्यात् | उपहन् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तथा | तथा | pos=i |