सौन्दरनन्दम् — 15.1
Original
Segmented
यत्र तत्र विविक्ते तु बद्ध्वा पर्यङ्कम् उत्तमम् ऋजुम् कायम् समाधाय स्मृत्या अभिमुखया अन्वितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यत्र | यत्र | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
विविक्ते | विविक्त | pos=n,g=n,c=7,n=s |
तु | तु | pos=i |
बद्ध्वा | बन्ध् | pos=vi |
पर्यङ्कम् | पर्यङ्क | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
ऋजुम् | ऋजु | pos=a,g=m,c=2,n=s |
कायम् | काय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समाधाय | समाधा | pos=vi |
स्मृत्या | स्मृति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
अभिमुखया | अभिमुख | pos=a,g=f,c=3,n=s |
अन्वितः | अन्वित | pos=a,g=m,c=1,n=s |