सौन्दरनन्दम् — 14.26
Original
Segmented
भये प्रीतौ च शोके च निद्रया ना अभिभूयते तस्मात् निद्रा-अभियोगेषु सेवितव्यम् इदम् त्रयम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भये | भय | pos=n,g=n,c=7,n=s |
प्रीतौ | प्रीति | pos=n,g=f,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
शोके | शोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
निद्रया | निद्रा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
ना | न | pos=i |
अभिभूयते | अभिभू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
निद्रा | निद्रा | pos=n,comp=y |
अभियोगेषु | अभियोग | pos=n,g=m,c=7,n=p |
सेवितव्यम् | सेव् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्रयम् | त्रय | pos=n,g=n,c=1,n=s |