सौन्दरनन्दम् — 14.24
Original
Segmented
प्रक्लेद्यम् अद्भिः वदनम् विलोक्याः सर्वतो दिशः चार्या दृष्टिः च तारासु जिजागरिषुणा सदा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रक्लेद्यम् | प्रक्लेदय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
अद्भिः | अप् | pos=n,g=f,c=3,n=p |
वदनम् | वदन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विलोक्याः | विलोकय् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=krtya |
सर्वतो | सर्वतस् | pos=i |
दिशः | दिश् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
चार्या | चारय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=krtya |
दृष्टिः | दृष्टि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
तारासु | तारा | pos=n,g=f,c=7,n=p |
जिजागरिषुणा | जिजागरिषु | pos=a,g=m,c=3,n=s |
सदा | सदा | pos=i |