सौन्दरनन्दम् — 11.62
Original
Segmented
तत् जन्म-व्याधि-मृत्यु-व्यसन-परिगतम् मत्वा जगत् इदम् संसारे भ्राम्यमाणम् दिवि नृषु नरके तिर्यक्-पितृषु च यत् त्राणम् निर्भयम् यत् शिवम् अमर-जरम् निःशोकम् अमृतम् तद्-हेतोः ब्रह्मचर्यम् चर जहि हि चलम् स्वर्गम् प्रति रुचिम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
जन्म | जन्मन् | pos=n,comp=y |
व्याधि | व्याधि | pos=n,comp=y |
मृत्यु | मृत्यु | pos=n,comp=y |
व्यसन | व्यसन | pos=n,comp=y |
परिगतम् | परिगम् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
मत्वा | मन् | pos=vi |
जगत् | जगन्त् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
संसारे | संसार | pos=n,g=m,c=7,n=s |
भ्राम्यमाणम् | भ्रामय् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
दिवि | दिव् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
नृषु | नृ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
नरके | नरक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तिर्यक् | तिर्यञ्च् | pos=a,comp=y |
पितृषु | पितृ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
च | च | pos=i |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्राणम् | त्राण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
निर्भयम् | निर्भय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
शिवम् | शिव | pos=a,g=n,c=1,n=s |
अमर | अमर | pos=a,comp=y |
जरम् | जरा | pos=n,g=n,c=1,n=s |
निःशोकम् | निःशोक | pos=a,g=n,c=1,n=s |
अमृतम् | अमृत | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
हेतोः | हेतु | pos=n,g=m,c=5,n=s |
ब्रह्मचर्यम् | ब्रह्मचर्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
चर | चर् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
जहि | हा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
हि | हि | pos=i |
चलम् | चल | pos=a,g=m,c=2,n=s |
स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रति | प्रति | pos=i |
रुचिम् | रुचि | pos=n,g=f,c=2,n=s |