सौन्दरनन्दम् — 11.61
Original
Segmented
अन्तः जाल-गताः प्रमत्त-मनसः मीनाः तडागे यथा जानन्ति व्यसनम् न रोध-जनितम् स्वस्थाः चरन्ति अम्भसि अन्तः लोक-गताः कृतार्थ-मतयः तद्वत् दिवि ध्यायिनो मन्यन्ते शिवम् अच्युतम् ध्रुवम् इति स्वम् स्थानम् आवर्तकम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अन्तः | अन्तर् | pos=i |
जाल | जाल | pos=n,comp=y |
गताः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
प्रमत्त | प्रमद् | pos=va,comp=y,f=part |
मनसः | मनस् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मीनाः | मीन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तडागे | तडाग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
जानन्ति | ज्ञा | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
व्यसनम् | व्यसन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
रोध | रोध | pos=n,comp=y |
जनितम् | जनय् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
स्वस्थाः | स्वस्थ | pos=a,g=f,c=1,n=p |
चरन्ति | चर् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
अम्भसि | अम्भस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
अन्तः | अन्तर् | pos=i |
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
गताः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
कृतार्थ | कृतार्थ | pos=a,comp=y |
मतयः | मति | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तद्वत् | तद्वत् | pos=i |
दिवि | दिव् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ध्यायिनो | ध्यायिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
मन्यन्ते | मन् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
शिवम् | शिव | pos=a,g=n,c=1,n=s |
अच्युतम् | अच्युत | pos=a,g=n,c=1,n=s |
ध्रुवम् | ध्रुव | pos=a,g=n,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
स्वम् | स्व | pos=a,g=n,c=2,n=s |
स्थानम् | स्थान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आवर्तकम् | आवर्तक | pos=a,g=n,c=2,n=s |