Original

मनःशिलाधातुशिलाश्रयेण पीताकृतांसो विरराज सिंहः ।संतप्तचामीकरभक्त्चित्रं रूप्याङ्गदं शीर्णम् इवाम्बिकस्य ॥ ९ ॥

Segmented

मनःशिला-धातु-शिला-आश्रयेण पीत-आकृत-अंसः विरराज सिंहः संतप्त-चामीकर-भक्ति-चित्रम् रूप्य-अङ्गदम् शीर्णम् इव अम्बिकस्य

Analysis

Word Lemma Parse
मनःशिला मनःशिला pos=n,comp=y
धातु धातु pos=n,comp=y
शिला शिला pos=n,comp=y
आश्रयेण आश्रय pos=n,g=m,c=3,n=s
पीत पीत pos=a,comp=y
आकृत आकृ pos=va,comp=y,f=part
अंसः अंस pos=n,g=m,c=1,n=s
विरराज विराज् pos=v,p=3,n=s,l=lit
सिंहः सिंह pos=n,g=m,c=1,n=s
संतप्त संतप् pos=va,comp=y,f=part
चामीकर चामीकर pos=n,comp=y
भक्ति भक्ति pos=n,comp=y
चित्रम् चित्र pos=a,g=n,c=1,n=s
रूप्य रूप्य pos=n,comp=y
अङ्गदम् अङ्गद pos=n,g=n,c=1,n=s
शीर्णम् शृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
इव इव pos=i
अम्बिकस्य अम्बिक pos=n,g=m,c=6,n=s